माता लक्ष्मी का प्रतीक है सफ़ेद कौड़ी, जाने इसका महत्त्व

जाने... कैसे करोड़पति बना सकती है लक्ष्मी कौड़ी

जिस प्रकार कैलाश मानसरोवर का कण कण भगवान महादेव के कारण पूजनीय है। उसी प्रकार समुद्र से निकली हर वस्तु पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद होता है। फिर वह समुद्र से निकला चाहे दक्षिणावर्ती शंख हो, मोती शंख हो, बजाने वाला शंख हो या फिर कौड़िया हो।

कौड़ी भगवान शिव के वाहन नंदी को बहुत प्रिय है। इसलिए इसमें भगवान शिव का भी वास माना जाता है। साथ ही साथ कौड़ियां लक्ष्मी जी को भी अति प्रिय है। महालक्ष्मी और कौड़ियां दोनों की उत्पत्ति समुद्र से हुई है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन निर्माण करते समय छत पर पहले कौड़ी डाली जाती है। फिर दरवाजे की चौखट के साथ भी सबसे पहले कौड़ियाँ ही बाँधी जाती है।

शास्त्रों के अनुसार कौड़ी के विषय में यह मान्यता है कि लक्ष्मी और कौड़ी दोनों सगी बहने है। कौड़ी धारणकर्ता की माँ के रूप में रक्षा करती है।  बुरी नजर व संकटो से बचाने की इसमे अदभुत क्षमता होती है।  वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन निर्माण करते समय छत पर पहले कौड़ी डाली जाती है।  फिर दरवाजे की चौखट के साथ भी सबसे पहले कौड़ियाँ ही बाँधी जाती है।कौड़ी विश्वास का प्रतीक है और इसकी अनेक धार्मिक मान्यताएं भी है।   छोटे बच्चों के कंठुले में कौड़ी बांधी जाती है ताकि उसे नजर ना लगे।  विवाह के समय वर तथा वधु के हाथ में जो कंकण बांधे जाते है, कौड़ी उसमे अवश्य होती है।  भारत के दक्षिण क्षेत्रों में विवाह के समय जो संदूक दिया जाता है उसमे एक कौड़ी अवश्य डाली जाती है। ऐसा विश्वास है कि वधु की माँ के रूप में उसे हमेशा मान-सम्मान तथा संतुष्टि दिलाए।   अनेक क्षेत्रों में लक्ष्मी का श्रृंगार कौड़ियों से किया जाता है। कौड़ीओं का प्रयोग केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी किया जाता है। यूनान की देवी वीनस को प्रसन्न करने के लिए वहां के निवासी उस पर कौड़ी ही अर्पण करते है।   वाहन में कौड़ी रखने से ऐसा माना जाता है कि वाहन के स्वामी को वाहन के माध्यम से धन व समृद्धि प्राप्त होगी तथा वाहन दुर्घटना से भी बचा रहता है।   सफ़ेद कौड़ी का महत्त्व  सड़क पर पड़ी हुई कौड़ी मिलना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसी कौड़ी को संभाल कर घर में रखने से बरकत में वृद्धि होती है।   इसे श्री हनुमान जी के सिन्दूर से साफ़ व स्वच्छ करने के बाद प्रयोग में लाना चाहिए।   वाहन को बुरी नजर से बचाने के लिए कौड़ी को वाहन में सफ़ेद या काले धागे में बाँध कर सुविधा अनुसार कही भी लटका दें।   वास्तु दोष के निवारण के लिए इसे दरवाजे पर लटकाया जाता है।   घर में आर्थिक सम्पन्नता के लिए इसे अपने धन स्थान पर रखे अथवा घर की उत्तर दिशा में लटका सकते है।   यह ध्यान रखे कि कौड़ी हमेशा तीन या पांच या फिर नौ की संख्या में ही प्रयोग में लानी चाहिए।  सफ़ेद कौड़ी का महत्त्व

कौड़ियों के प्रकार व महत्व

👉कौड़िया पांच प्रकार की पाई जाती हैं। पीली, सफेद, काली, लाल और नीले रंग की कौड़ियां होती है। पीली कौड़ी गर्म मानी जाती है.सफेद और लाल ठंडी/शीतल होती है।

👉विवाह के समय वर तथा वधु के हाथ में जो कंकण बांधे जाते है, कौड़ी उसमे अवश्य होती है। भारत के दक्षिण क्षेत्रों में विवाह के समय जो संदूक दिया जाता है उसमे एक कौड़ी अवश्य डाली जाती है। ऐसा विश्वास है कि वधु की माँ के रूप में उसे हमेशा मान-सम्मान तथा संतुष्टि दिलाए। अनेक क्षेत्रों में लक्ष्मी का श्रृंगार कौड़ियों से किया जाता है।

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कौड़ियों के उपाय व प्रयोग

👉कौड़ियां बृहस्पति ग्रह के असंतुलित प्रभाव को ठीक करती हैं, आमदनी बढ़ाती है, धन के स्थान पर रखी कौड़िया शुभ मानी जाती हैं।


👉कौड़ियों का ब्रेसलेट चंद्रमा को मजबूत करने के लिए बहुत कारगर माना गया है। जिन लोगों का मन बहुत विचलित रहता है, जल्दी डर जाता है, घबरा जाता है और बहुत जल्द गलत observation करने लगता है। ऐसे लोगों को इसका ब्रेसलेट जरूर धारण करना चाहिए। विद्यार्थियों को इसका ब्रेसलेट पहनकर मां सरस्वती की पूजा अर्चना करनी चाहिए।


👉जो लोग लंबे समय से बुखार से पीड़ित हैं। उन लोगों को अपने दाहिने हाथ में कौड़ियों का ब्रेसलेट जरूर पहनना चाहिए।


👉मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 11 कोड़ियों को पूजा करके प्रयोग में लाना चाहिए। पूजा करने के बाद कौड़ियों को पीले वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रखना चाहिए। जिस प्रकार दक्षिणावर्ती शंख या मोती शंख तिजोरी में रखने से धन के प्रवाह को बढ़ाते है उसी प्रकार कौड़ी को भी तिजोरी में रखने से कुबेर की कृपा बनी रहती है।


👉घर में सुख समृद्धि की चाहत रखने वालों को चाहिए कि 11 कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपने घर के मुख्य द्वार पर अंदर की तरफ से इस तरह लटकाना चाहिए ताकि वह बाहर से ना दिख पाए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो पाएगा।

ब्लड प्रेशर, मस्तिक या दिल से जुड़े रोगों में कौड़ियों के ब्रेसलेट को शिवलिंग पर अभिषेक करने के बाद धारण करना चाहिए।


👉अगर आप खुद को या अपने बच्चों को नजर से बचाना चाहते हैं तो आपको पीले रंग की कौड़ी ताबीज की तरह गले में धारण करना चाहिए. जिस प्रकार भैरव जी को चढ़ा काला धागा पहनने से आप बुरी नजर से बच जाते हैं उसी प्रकार पीली कौड़ी भी आपको बुरी नजर से बचाती है।


👉अपने घर को Negativity से बचाने और समृद्धि लाने के लिए अपने घर की खिड़कियों में भी कौड़िया टांगना बहुत शुभ होता है। यह बहुत आसान और कारगर उपाय है।
कौड़ियों का प्रयोग केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी किया जाता है। यूनान की देवी वीनस को प्रसन्न करने के लिए वहां के निवासी उस पर कौड़ी ही अर्पण करते है।


वाहन में कौड़ी
रखने से ऐसा माना जाता है कि वाहन के स्वामी को वाहन के माध्यम से धन व समृद्धि प्राप्त होगी तथा वाहन दुर्घटना से भी बचा रहता है।

कौड़ी विश्वास का प्रतीक है और इसकी अनेक धार्मिक मान्यताएं भी है।   छोटे बच्चों के कंठुले में कौड़ी बांधी जाती है ताकि उसे नजर ना लगे।  विवाह के समय वर तथा वधु के हाथ में जो कंकण बांधे जाते है, कौड़ी उसमे अवश्य होती है।  भारत के दक्षिण क्षेत्रों में विवाह के समय जो संदूक दिया जाता है उसमे एक कौड़ी अवश्य डाली जाती है। ऐसा विश्वास है कि वधु की माँ के रूप में उसे हमेशा मान-सम्मान तथा संतुष्टि दिलाए।   अनेक क्षेत्रों में लक्ष्मी का श्रृंगार कौड़ियों से किया जाता है। कौड़ीओं का प्रयोग केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी किया जाता है। यूनान की देवी वीनस को प्रसन्न करने के लिए वहां के निवासी उस पर कौड़ी ही अर्पण करते है।   वाहन में कौड़ी रखने से ऐसा माना जाता है कि वाहन के स्वामी को वाहन के माध्यम से धन व समृद्धि प्राप्त होगी तथा वाहन दुर्घटना से भी बचा रहता है।

सड़क पर पड़ी हुई कौड़ी मिलना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसी कौड़ी को संभाल कर घर में रखने से बरकत में वृद्धि होती है।

इसे श्री हनुमान जी के सिन्दूर से साफ़ व स्वच्छ करने के बाद प्रयोग में लाना चाहिए।

👉वाहन को बुरी नजर से बचाने के लिए कौड़ी को वाहन में सफ़ेद या काले धागे में बाँध कर सुविधा अनुसार कही भी लटका दें।

👉घर में आर्थिक सम्पन्नता के लिए इसे अपने धन स्थान पर रखे अथवा घर की उत्तर दिशा में लटका सकते है।

यह ध्यान रखे कि कौड़ी हमेशा तीन या पांच या फिर नौ की संख्या में ही प्रयोग में लानी चाहिए।

सफ़ेद कौड़ी का महत्त्व सफ़ेद कौड़ी का महत्त्व सड़क पर पड़ी हुई कौड़ी मिलना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसी कौड़ी को संभाल कर घर में रखने से बरकत में वृद्धि होती है।   इसे श्री हनुमान जी के सिन्दूर से साफ़ व स्वच्छ करने के बाद प्रयोग में लाना चाहिए।   वाहन को बुरी नजर से बचाने के लिए कौड़ी को वाहन में सफ़ेद या काले धागे में बाँध कर सुविधा अनुसार कही भी लटका दें।   वास्तु दोष के निवारण के लिए इसे दरवाजे पर लटकाया जाता है।   घर में आर्थिक सम्पन्नता के लिए इसे अपने धन स्थान पर रखे अथवा घर की उत्तर दिशा में लटका सकते है।   यह ध्यान रखे कि कौड़ी हमेशा तीन या पांच या फिर नौ की संख्या में ही प्रयोग में लानी चाहिए।

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22 टिप्‍पणियां:

  1. Mujhe aaj Ganesh chaturthi ke din shiv mandir ke paas aur peepal ke ped ke niche se ek kaudi mili.....ye subh hai ya asubh ?

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  2. मुझे आज नवमी के दिन मेरे दुकान के सामने सफेद कौड़ी मिली ये शुभ है या अशुभ

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  3. बहुत ही शानदार जानकारी के लिए धन्यवाद

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  4. आज मुझे शनिवार की रात में सड़क पर कौड़ी पड़ी हुई मिली है। जो उल्टी पड़ी मिली है।कृपया मुझे जानकारी देने की कृपा करें कि यह शु5 है या नहीं

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  5. उत्तर
    1. बिना उसे पवित्र करे प्रयोग में ना लाए। पहले गंगाजल से पवित्र कर पूजा स्थल पर रक्खे। फिर इसका प्रयोग करें

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  6. Mujhe aaj सड़क पर सफेद कोड़ी मिली ये शुभ है या अशुभ

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    उत्तर
    1. बिना उसे पवित्र करे प्रयोग में ना लाए। पहले गंगाजल से पवित्र कर पूजा स्थल पर रक्खे। फिर इसका प्रयोग करें

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  7. आज सुबह मुझे रास्ते मे सफेद व साबुत सीधी कोड़ी पड़ी मिली। ये शुभ है या अशुभ। कृपया जानकारी देवें

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  8. Aaj mujhe khet me eak kaudi mili hai vah mere lie shubh hai ya ashubh

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    उत्तर
    1. उसपर गंगाजल डालकर पवित्र करें फिर उसे प्रयोग में लाएं

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  9. White Kodi mujhe ek lady n hath m pehnayi h red dhage m ye shubh h

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